वो बुढा शख्स गोलगप्पे खिलाते हुए अपनी दास्ताँ बयां करता था मुझसे
आज बरसो बाद उसके ठेले पे कोई और नाम दिखा
कौन कहता मरने पर नाम नहीं बदलते #Abvishu
वो बुढा शख्स गोलगप्पे खिलाते हुए अपनी दास्ताँ बयां करता था मुझसे
आज बरसो बाद उसके ठेले पे कोई और नाम दिखा
कौन कहता मरने पर नाम नहीं बदलते #Abvishu